बांके बिहारी मन्दिर में धक्का-मुक्की के बीच बिहारीजी के हुए दर्शन, महिला की तबीयत बिगड़ी
एनपीटी मथुरा ब्यूरो
मथुरा। वृंदावन में साल के आखिरी दिन मंगलवार को ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में आराध्य के दर्शन के लिए सुबह से ही बड़ी संख्या में भक्त उमड़े। ठंड से बेपरवाह भक्तों को धक्का-मुक्की के बीच बिहारीजी के दर्शन हुए। वहीं गेट संख्या 4 पर लुधियाना से आई महिला की तबीयत बिगड़ गई। भीड़ के बीच बच्चे, बुजुर्ग और महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ा। सुबह पट खुलने से करीब दो घंटे पहले ही पहले ही दर्शन की चाहत में बड़ी संख्या श्रद्धालु मंदिर के द्वार पर पहुंचने लगे। देखते-देखते प्रवेश मार्ग के बाहर भक्तों की कतार पट खुलने के समय तक विद्यापीठ चौराहे तक पहुंच गई। दाऊजी तिराहे से मंदिर के द्वार तक दर्शनार्थी कतार में लगे दिखे। पट खुलते ही परिसर भक्तों से परिसर भर गया और भीड़ के दबाव के बीच श्रद्धालुओं ने अपने आराध्य के दर्शन किए।
मंदिर के अंदर तैनात निजी गार्ड ने श्रद्धालुओं को दर्शन करते ही निकास द्वार की ओर बढ़ा रहे थे। इसके बावजूद मंदिर में पैर रखने को जगह नहीं थी। भीड़ के दबाव और धक्का -मुक्की के बीच श्रद्धालुओं दर्शन हो सके। यही हाल शाम के समय बांके बिहारी के मंदिर के पट खुलने पर देखा गया। शयन आरती के समय तक मंदिर के चौक में और मंदिर के द्वार से लेकर विद्यापीठ चौराहा तक श्रद्धालुओं की भीड़ बनी रही और लोग परेशानी उठाते हुए अपने आराध्य के दर्शन करते रहे। वहीं बांकेबिहारी मंदिर के गेट चार पर पंजाब के लुधियाना निवासी 65 वर्षीय कविता पत्नी विजय कुमार की अचानक तबीयत खराब हो गई। महिला श्रद्धालु को भीड़ के दबाव के बीच घबराहत होने के साथ ही चक्कर आ गए। परिजन सुरक्षा गार्डों के सहयोग से भीड़ के बीच से निकालकर मंदिर के गेट के अंदर तैनात स्वास्थ्य टीम के पास लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टरों के प्राथमिक उपचार के बाद महिला की हालत में सुधार होने पर परिजन साथ ले गए।