रोजगार की समस्या को ले दुर्गापुर के ग्रामीणों ने किया कोयला लिंक रोड को जाम, घंटों तक कोयला परिवहन रहा ठप, वार्तालाप की पहल

एनपीटी पाकुड़ ब्यूरो,
पाकुड़ के स्थानीय लोगों को रोजगार लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है, जबकि पाकुड़ की उदार से बेशकिमती कोयला- पत्थर निकालकर अन्यत्र कहीं ले जाया जा रहा है और बदले में तिनके के ढेर में सरकार को कुछ राजस्व वसूली के सेवा चौवन्नी बराबर भी सुविधाएं पाकुड़ वासियों को उपलब्ध नहीं है। लोग आज भी दो वक्त की रोटी के लिए पाकुड़ से बाहर अन्य शहर/ दक्षिण- पश्चिमी राज्यों के विभिन्न शहर में रोजी रोटी के लिए ट्रेन मार्ग से जाते हैं । साथ ही बेहतर स्वास्थ्य सेवा व्यवस्था के लिए अन्य शहर – राज्य के मोहताज है। इसके अलावे उच्च व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए भी पाकुड़ से बाहर अन्य शहर को जाना पड़ता है। रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में स्थानीय जनप्रतिनिधि सहित अबतक के केन्द्र/ राज्य सरकारें आज के आधुनिक वैश्विक दौर में भी बाहर से किसी औद्योगिक इकाई को क्षेत्र में स्थापित कराने में नाकाम रहे हैं। नतीजतन उल्लेखनीय अवयवों की आपूर्ति हेतु पाकुड़ वासियों को बाहर यानी अन्य राज्य/ शहर का मोहताज होना पड़ता है। बाहरेहाल जो भी हो पाकुड़ के स्थानीय लोगों ने रोजगार व्यवस्था मुहिया न कराने को ले मंगलवार को 11 फरवरी 2025 दुर्गापुर के ग्रामीणों के द्वारा कोयला रोड को जाम कर दिया गया। जिससे सैकड़ों कोयला लदे हाईवा/ वाहन की लम्बी लाइन लग गई। गुस्साए ग्रामीणों ने कोयला कम्पानी के सामने प्रदर्शन भी किया। काफी मुशकत के बाद प्रशासन ने वार्तालाप की पहल करते हुए जाम को हटा पाने में कामयाब हुए। साथ ही आगामी 15 फरवरी 2025 को बैठक के माध्यम से विषयगत अवयवों पर आवश्यक वार्तालाप करने हेतु सहमति जताई। वही वर्तमान जिले के उपायुक्त मनीष कुमार की एक्टिविटी/ कार्यशैली से पाकुड़ वासियों की निगाहें टिकी हुई है कि शायद उपायुक्त मनीष कुमार पाकुड़ की दिशा व दशा बदल ने में अहम भूमिका अदा करेंगे। जो आगे चलकर पाकुड़ की सार्वांगीण विकास में सहायक साबित होगा।