जिला अस्पताल में बच्चे की सांसें उखड़ीं… ऑक्सीजन प्लांट की चाबी गायब, इमरजेंसी सिलेंडर से बचाई गई जान

एनपीटी बरेली ब्यूरो
बरेली। जिला अस्पताल के स्टाफ की लापरवाही से सोमवार को बच्चा वार्ड में भर्ती एक बच्चे की जान जोखिम में पड़ गई। अचानक उसकी सांस उखड़ी तो डॉक्टर ने ऑक्सीजन सप्लाई के लिए प्लांट चालू करने को कहा लेकिन उसकी चाबी ही नहीं मिली। इमरजेंसी सिलेंडर इस्तेमाल कर बच्चे की जान बचाई गई। बाद में पता चला कि ऑक्सीजन प्लांट की चाबी एक कर्मचारी जेब में डालकर ले गया था। एडीएसआईसी ने उसका जवाबतलब किया है।
जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में भर्ती एक बच्चे की दोपहर करीब साढ़े 12 बजे अचानक हालत बिगड़ने लगी। इसी बीच उसे सांस लेने में गंभीर समस्या हुई तो डॉक्टर ने फौरन ऑक्सीजन सप्लाई शुरू कराने को कहा लेकिन वार्ड का स्टाफ ऑक्सीजन प्लांट चालू करने पहुंचा तो उस पर ताला लटका हुआ था। कर्मचारियों ने एडीएसआईसी डॉ. अलका शर्मा को इसकी सूचना दी तो उन्होंने प्लांट का ताला तोड़कर उसे चलाने का निर्देश दिया लेकिन इस बीच किसी वार्ड से इमरजेंसी सिलेंडर लाकर बच्चे को ऑक्सीजन दे दी गई जिससे उसकी जान बच गई।
बाद में एडीएसआईसी ने वार्ड के स्टाफ को अपने कार्यालय में बुलाकर पूछताछ की तो पता चला कि एक कर्मचारी ऑक्सीजन प्लांट की चाबी जेब में डालकर कहीं चला गया था। ए़डीएसआईसी ने उसे कड़ी कार्रवाई की चेतावनी देते हुए स्पष्टीकरण मांगा है।
जिला अधिकारी के निर्देश का भी कोई असर नहीं
पिछले महीने ही डीएम रविंद्र कुमार जिला महिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे थे तो वहां फायर पैनल ताले में बंद पाया गया था। डीएम ने उसे खोलने को कहा तो पता चला कि चाबी किसी कर्मचारी के पास है जो अस्पताल में मौजूद नहीं है। डीएम ने इस पर सख्त नाराजगी जताई थी और निर्देश दिया था कि किसी भी आपात सुविधा की चाबी आसान पहुंच में रखी जाए लेकिन सोमवार को हुई घटना ने बता दिया कि डीएम के निर्देश का कोई असर नहीं हुआ।