चित्रगुप्त इंटर कॉलेज में विश्व पर्यावरण दिवस पर प्रतियोगिता का आयोजन

विजेताओं को किया गया सम्मानित
नेशनल प्रेस टाइम्स, ब्यूरो।
मुरादाबाद। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर चित्रगुप्त इंटर कॉलेज में उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा विशेष प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस वर्ष का थीम “वैश्विक प्लास्टिक प्रदूषण का अंत” रहा, जिसके तहत छात्रों को जागरूक करने के लिए पोस्टर, फेस पेंटिंग, भाषण, रंगोली और फैंसी ड्रेस प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों के माध्यम से नागरिकों में प्लास्टिक के दुष्परिणामों को लेकर जागरूकता फैलाना था।
छात्रों को प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया
प्रतियोगिता के दो वर्गों जूनियर और सीनियर में छात्रों ने भाग लिया। जूनियर वर्ग में अरशान अली ने प्रथम, रुद्राक्ष चतुर्वेदी ने द्वितीय और अभी यादव ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। सीनियर वर्ग में ध्रुव यादव प्रथम, नैतिक यादव द्वितीय और मयंक राजपूत तृतीय स्थान पर रहे। आयुष कुमार प्रजापति और शिवम ठाकुर को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किए गए। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित पर्यावरण अभियंता महेंद्र सिंह ने विजेता छात्रों को प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। प्रदर्शनी में छात्रों द्वारा प्रस्तुत किए गए पोस्टरों, रंगोलियों और अन्य कृतियों का अवलोकन उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं गंगा समिति के सदस्य प्रदीप सक्सेना, वैज्ञानिक सहायक अनिल कुमार विश्वकर्मा, अवर अभियंता अमित कुमार यादव, चंद्रिका दिवाकर, डॉ. राजीव कुमार पाठक, अनिल कुमार एवं पवन कुमार आदि ने किया।
पर्यावरण संरक्षण के महत्व को रेखांकित किया
कार्यक्रम में छात्रों को प्लास्टिक का उपयोग न करने और पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई गई। फेस पेंटिंग और भाषण के माध्यम से छात्रों ने प्लास्टिक से होने वाले नुकसान और पर्यावरण संरक्षण के महत्व को रेखांकित किया। अनामिका गुप्ता और समृद्धि गोस्वामी ने सिंगल यूज प्लास्टिक के दुष्परिणामों पर विस्तार से अपने विचार रखे। कार्यक्रम के दौरान प्रदीप सक्सेना एवं देव कुमार गुप्ता द्वारा पौधारोपण भी किया गया। क्षेत्रीय अधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि “यूज़ एंड थ्रो” संस्कृति ने प्लास्टिक प्रदूषण को बढ़ावा दिया है और इससे निपटने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि भारत में प्रतिदिन लगभग 26,000 मीट्रिक टन प्लास्टिक कचरा उत्पन्न होता है, जिससे निपटने के लिए जन-जागरूकता बेहद जरूरी है।
कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. राजीव कुमार पाठक ने किया तथा आयोजन में डॉ. नवनीत गोस्वामी और प्रीतम सिंह का विशेष योगदान रहा। आभार ज्ञापन संस्कृत पाठशालाओं के उप निरीक्षक प्रीतम सिंह ने किया। यह आयोजन पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रहा, जिसमें बच्चों ने न केवल अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, बल्कि समाज को जागरूक करने का भी प्रयास किया।