मुरादाबाद
मुरादाबाद में मासूमों पर वायरस का हमला, काले पीलिया ने मचाई हलचल

नेशनल प्रेस टाइम्स, ब्यूरो
मुरादाबाद। शहर में गंदगी और गंदे पानी का कहर अब मासूमों की सेहत पर भारी पड़ रहा है। मुरादाबाद में हेपेटाइटिस सी वायरस (काला पीलिया) ने पांव पसार लिए हैं। जिला अस्पताल में रोजाना छह से ज्यादा बच्चे इस खतरनाक वायरस की चपेट में आ रहे हैं। बीते एक महीने में 150 से अधिक बच्चे संक्रमित पाए गए हैं
बच्चों के लिए जहर बन रहा पानी
बच्चों में बढ़ते संक्रमण को लेकर जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. वीर सिंह ने गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने बताया कि कई इलाकों में पाइपलाइन लीकेज के चलते नालियों का गंदा पानी पीने के पानी में मिल रहा है। यही पानी बच्चों को बीमार कर रहा है। ऊपर से बाहर बिक रही रंग-बिरंगी मिठास से भरी नकली ड्रिंक और सस्ता फास्ट फूड बच्चों को बीमारी की दहलीज तक खींच ला रहा है।
लक्षणों को न करें नजरअंदाज
डॉक्टर के मुताबिक काले पीलिया के लक्षण शुरुआत में मामूली लग सकते हैं, लेकिन समय पर इलाज न मिलने पर स्थिति गंभीर हो जाती है। बच्चों का जी मिचलाना, भूख कम लगना, आंखों का पीला पड़ना और थकावट जैसे लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
परिजनों को भी किया अलर्ट
चिकित्सकों ने अपील की है कि परिजन बच्चों को बाहर का पानी और खुले में बिकने वाले खाद्य पदार्थ न दें। बच्चों को उबला हुआ या फिल्टर किया पानी ही पिलाएं और बाजारू रंगीन पेयों और चटपटे व्यंजनों से दूर रखें।
स्वास्थ्य विभाग ने किया अलर्ट
बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने भी सतर्कता बढ़ा दी है। संभावित क्षेत्रों में जांच और जागरूकता अभियान शुरू करने की तैयारी है। लेकिन जब तक लोग खुद जागरूक नहीं होंगे, तब तक यह वायरस बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ करता रहेगा।
समय रहते बचाव ही है इलाज
डॉक्टरों की मानें तो हेपेटाइटिस सी का वायरस शरीर में एक बार प्रवेश कर जाए, तो जिंदगी भर रहता है। ऐसे में सतर्कता और स्वच्छता ही इसकी रोकथाम का सबसे सशक्त उपाय है।