ललितपुर

बढ़ चला तापमान,बाजार में दिखने लगा सुनसान।

जनजीवन अस्तव्यस्त तो पशु-पक्षी भी हो रहे बेहाल।

नेशनल प्रेस टाइम्स,ब्यूरो।

ललितपुर,पाली। आसमान में छाए बादलों के बीच भगवान सूर्यदेव की तपिश कम नहीं हो रही है , तपिश के बीच लू की लहर सबको खूब झकोझोर रही है । मौसम के तल्ख मिजाज देख अब लोग सुबह – शाम ही घरों से बाहर निकल रहे है तो जो सड़कों पर बने है वह अपने आवश्यक कार्य से ही बने है । सुबह के दस बजते ही सड़कों पर सुनसान सा छाने लगा है ।
 पाली का अधिकतम तापमान अधिकतम 41 डिग्री सेल्सियस तो न्यूनतम 29 डिग्री सेल्सियस रहा तो दोपहर में आसमान में बादल छाए और हल्की बूंदाबांदी भी हुई लेकिन इसके बाद सूर्यदेव फिर अपन्स रौद्र रूप में आ गए।  बढ़ते तापमान के साथ आमजनजीवन तो अस्त व्यस्त है ही साथ ही भीषण गर्मी पशु- पक्षियों को भी बेहाल किए है ।  तापमान बढ़ता जा रहा है तो पानी अपने रसातल की ओर बढ़ता जा रहा है ।  कई प्राचीन कुएं , बावड़ी सुख गए है तो सीतामढ़ी झरना , श्री नीलकंठेश्वर झरना की अविरल जलधार भी धीमी पडने लगी है । जंगल में प्राकृतिक जल स्रोतों में पानी न होने से जंगली जानवर भी पानी की तलाश में घूमने लगे है । वहीं  बढ़ते तापमान के बीच पाली के बाजार की बात करे तो यहां सुबह- शाम ही  ग्राहकों की रौनक दिख रही है । दोपहर बाजार में इक्का- दुक्का ग्राहक ही नजर आ रहे है । बढ़ती गर्मी के साथ कोल्डड्रिंक्स , गन्ने का रस , आइसक्रीम सबको खूब लुभा रहे है साथ ही देशी आम को लोग उबालकर या भून कर उसका पना ( रस ) बनाकर शक्कर और नमक के बीच भरपूर आनंद उठा रहे है । आम का पना गर्मी व लू से बचाव के लिए बड़ा रामबाण साबित होता है ।  इसके साथ ही थाली में तरबूज , खरबूज , ककड़ी , हरी सब्जी के साथ नीबू की बड़ी मांग बढ़ गयी है ।

न समाजसेवी , न नगर पंचायत कोई नहीं पिला रहा पानी

पाली में एनकेन मौके पर समाजसेवियों की बड़ी फौज दिखती है लेकिन इन दिनों भीषण गर्मियों में अभी तक एक भी समाजसेवी या स्वयंसेवी संस्थाए राह चलते लोगों को पानी पिलाने आगे नहीं आए । वहीं बात करें नगर पंचायत की तो बसस्टेंड पर बनी उसकी सार्वजनिक प्याऊ खूद बीमारू बनी है । वाटरकूलर महीनों से खराब पड़ा है जिससे शीतल जल नहीं निकल रहा । इसके साथ ही कस्बे के प्रमुख स्थलों पर नगर पंचायत द्वारा अभी तक कोई प्याऊ का शुभारंभ नहीं हुआ ।

कई स्थानों के हेंडपम्प भी खराब

बढ़ती गर्मी के साथ लोगों में पानी की भी खूब मांग बढ़ गयी है । कई प्रमुख हैंडपंप खराब पड़े है तो कई पानी से पहले लोगों का पसीना निकलवा रहे है । पाली के हजारिया वार्ड में एक  हैंडपंप महीनों से खराब पड़ा है तो वहां मौजूद किशोर अपनी जुगाड़ के माध्यम से पानी निकालने की जुगत करते हुए ।  पुराने बसस्टैंड पर नरेंद्र ताम्रकार के घर के सामने लगा हेंडपम्प खराब पड़ा है । श्री बालाजी मंदिर के पास लगा हैंडपंप खराब पड़ा है । 

पराली में आग.. कर रही पक्षियों के घोसलों को खाक

शाषन के स्पष्ट निर्देश है कि कोई भी खेतों की पराली में आग नहीं लगाएगा । बावजूद इसके कहीं चोरी छिपे तो अन्य कारण से खेत की पराली में आग की लपटें उठती देखी जा रही है । लोग चुपचाप पराली में आग लगाकर मौके से भाग जाते फिर जिसके बाद खेतों में लगी आग अपने हिसाब से दौड़ लगाती रहती है । विगत दिनों पाली – घटवार मार्ग ,  पाली में नागौरी तालाब के पास खेतो में लगी आग ने कई पेड़ों व झाड़ियों को अपनी जद में लेकर हरेभरे पेड़ो को तो नुकसान पहुंचाया ही साथ उन झाड़ियों और पेड़ों में जिन पक्षियों के घोसले थे वह भी जलकर खाक हो गए तो इसमें कई पक्षी अपने जान भी गवां चुके । 

पाली बसअड्डे पर बैठो गगन तले

पाली भले ही तहसील मुख्यालय है लेकिन तहसील स्तरीय सुबिधाओं की अब भी दरकार है । पाली बसस्टेंड पर बसों का इन्तजार कर रहे मुसाफिरों को को यहां बैठने के लिए भी कोई सुविधा नहीं है , जिसकी बजह पाली में स्थायी बसस्टेंड का न होना । मौषम कोई भी हो राहजनो को खुले आसमान के नीचे ही बैठना पड़ता है । पाली से हर रोज , झांसी , इन्दौर , भोपाल , खुरई , बालाबेहट , ललितपुर को हर रोज बसे जाती है ।विडंबना रही कि हम लोगों को पानी नहीं पिला पाए

नगर में प्याऊ संचालित हो इसके लिए अधिशासी अधिकारी व बाबुओं के समक्ष बात रखी लेकिन अस्थायी प्याऊ संचालित नहीं हो सकी  । भुगतान की समस्या के कारण वाटरकूलर शीतल जल नहीं दे रहा है । विडंबना रही कि इस वर्ष लोगों को हम पानी नहीं पिला पाए लेकिन अगली बार पांच जगह प्याऊ संचालित होगी जिसकी निगरानी हम रखेंगे । 

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