गणगौर पर्व पर 15 दिन घरो मे रही घूम सोमवार शाम को हुआ विसर्जन

एनपीटी खैरथल ब्यूरो
खैरथल: होली पर्व के दूसरे दिन 14 मार्च से शुरू हुआ गणगौर पूजन 1 अप्रैल को गणगौर विसर्जन के साथ समाप्त हो गया 15 दिन घरो मे गणगौर पूजा की धूम रही है सोमवार को सांय गणगौर विसर्जन की धूम देखी जा रही है. आधुनिक युग के साथ-साथ गणगौर पूजन की परंपराओं में भी बदलाव देखने को मिला है.
जिस तरह से शादी में सगाई, हल्दी, मेहंदी की रस्में निभाई जाती है. उसी तरह 15 दिन शादी की सारी रस्मे निभाई गई
गणगौर पर्व को लेकर नवविवाहित युवतियों और महिलाओं में खासा उत्साह देखने को मिला और नवविवाहिताओं युवतियों और महिलाओं ने हल्दी की थीम पर येलो कलर के कपड़े पहने और येलो कलर से घर को सजाया. इस दौरान उपस्थित महिलाओं, युवतियों और नवविवाहिताओ ने गणगौर व ईशर के सांस्कृतिक गीतों के साथ हल्दी लगाई. उसके बाद उपस्थित सभी नवयुवाहिताओं, युवतियों और महिलाओं ने राजस्थानी गीतों पर जमकर नृत्य किया.
सोमवार को शहर में राजस्थानी परिवेश मे नाचते गाते हुए मातोर रोड हरिपसाद जी के कुऐं पर पहुची और गणगौर का विसर्जन किया खैरथल गांव मे पुष्करणा समाज ने हर वर्ष की भांति गणगौर की यात्रा निकाली सैकड़ों की संख्या मे महिलाओ ने गणगौर विसर्जन किया प्रसाद का वितरण किया