असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पोर्टल के पत्रकारों को नहीं मानते ‘पत्रकार’ । मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पत्रकार दिलवर हुसैन मजूमदार के ‘पेशे’ पर उठाए सवाल।

एनपीटी असम ब्यूरो
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कल बुधवार को असम के अपेक्स बैंक में घटित घोटाले की खबर संग्रह करने गए पत्रकार दिलवर हुसैन मजूमदार की गिरफ्तारी के बारे में अपने प्रतिक्रिया व्यक्त की। प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों के एक सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री सरमा ने कहा, “दिलवर हुसैन मजूमदार पोर्टल पर काम करते हैं। जनसंपर्क ने आज तक किसी भी पोर्टल में काम करने वाले लोगों को पत्रकार का दर्जा नहीं दिया है। हम केवल प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को पत्रकारिता के रूप में मान्यता देते हैं। इसलिए दिलवर हुसैन मजूमदार को पत्रकार नहीं माना जा सकता। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अगर प्रेस क्लब कभी पोर्टल आधारित पत्रकारों को मान्यता देने के बारे में सोचता है तो इस मुद्दे पर पहले सरकार को चर्चा करनी होगी। हिमंत बिस्वा सरमा ने यह भी कहा- दिलवर हुसैन मजूमदार वास्तव में पत्रकार या बिजनेसमैन हैं। उसका डंपर का कारोबार है। यह नहीं कहा जा सकता है कि उन्हें वाणिज्यिक आधार पर गिरफ्तार किया गया था या किसी अन्य कारण से गिरफ्तार किया गया है । मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनके खिलाफ दो-तीन और मामले हैं। उसे सभी मामलों में गिरफ्तार किया जाएगा और सभी मामलों में जमानत लेनी होगी। इस बीच, पत्रकारों से बात करते हुए शर्मा ने कहा कि हो सकता है दिलवर हुसैन मजूमदार समाचार लेने के लिए बैंक नहीं गए। हो सकता है कि वह केवल व्यक्तिगत वित्तीय मामलों के लिए ऋण मांगने गया हो। मुख्यमंत्री शर्मा ने मजूमदार पर आदिवासी व्यक्ति के साथ दुर्व्यवहार करने का भी आरोप लगाया। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि हर किसी को सरकार की आलोचना करने का अधिकार है। इसके लिए किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। बता दें कि ‘द क्रॉस करंट’ नामक असम के एक लोकप्रिय वेब चैनल के वरिष्ठ पत्रकार दिलवर हुसैन मजूमदार, जो असम सहकारी अपेक्स बैंक के घोटाले के संबंध में जातीय युवा शक्ति नामक एक संगठन द्वारा बुधवार को बैंक के सामने विरोध प्रदर्शन किए जाने पर इसकी खबर लेने गए थे, को गुवाहाटी के पानबाजार थाने के पुलिस ने बुलाया और बाद में गिरफ्तार कर लिया था ।