विद्यालय बना जंग का मैदान,अध्यापक व अभिभावकों के बीत हाथपाई

नेशनल प्रेस टाइम्स ब्यूरो,
मुरादाबाद। प्राथमिक विद्यालय भोला सिंह की मिलक उर्फ सोनकपुर देहात में प्रधानाध्यापिका और अभिभावकाें के बीच झगड़ा हो गया। पैरेंट्स मीटिंग में आए छात्रों के माता पिता ने बच्चों को मारने पीटने का विरोध जताया तो प्रधानाध्यापिका भड़क गईं।इसके बाद नौबत हाथापाई तक पहुंच गई। आरोप है कि अभिभावकों ने स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए। प्रधानाध्यापिका ने मझोला थाने में स्कूल में बवाल होने की सूचना दी, जिस पर पुलिस पहुंच गई। विवाद की सूचना पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि प्रधानाध्यापिका और सहायक अध्यापिकाओं के बीच गुटबाजी से भी विवाद की स्थिति बनी है।
मामूली कहासुनी के बाद जमकर हुई हाथापाई
प्रधानाध्यापिका ने कैमरे तोड़ने वालों के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है। भोला सिंह मिलक प्राथमिक विद्यालय अखाड़ा बन गया। बताया जा रहा है कि प्रधानाध्यापिका कुमारी दीपक के आने के बाद आए दिन विवाद की स्थिति बन रही है। आरोप है कि सहायक अध्यापकों से भी उनकी नहीं बैठ रही है। जानकारी के अनुसार प्रधानाध्यापिका ने कक्षा पांच की छात्रा परिधि और सरोजनी की पिटाई कर दी थी। जिससे पैरेंट्स मीटिंग में आए छात्राओं के अभिभावकों ने प्रधानाध्यापिका से अपने बच्चों को मारने की वजह पूछी जिस पर वह भड़क गईं और अभिभावकों को भला बुरा कहने लगीं। इसके बाद मामूली कहासुनी हाथापाई में तब्दील हो गई।
अभिभावकों पर कैमरे तोड़ने का आरोप,पहुंची पुलिस
प्रधानाध्यापिका का आरोप है कि अभिभावकों ने विद्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरे भी तोड़ दिए। जो स्कूल में सुरक्षा के लिए प्रधानाध्यापिका ने खुद अपने पैसे से लगवाए थे। प्रधानाध्यापिका की सूचना पर पहले मझोला पुलिस और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विमलेश कुमार भी स्कूल में पहुंचे।पुलिस ने मामले को शांत कराया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी विमलेश कुमार और एबीएसए बेगिश गोयल ने प्रकरण की जानकारी ली।
गुटबाजी बनी विवाद की वजह
बीएसए के निर्देश पर एबीएसए ने विद्यालय की प्रधानाध्यापिका व सभी सहायक अध्यापकों और एक शिक्षामित्र को नोटिस दिया। इसमें बवाल होने की परिस्थितियों के बारे में जानकारी मांगी है।विद्यालय परिसर में बवाल का कारण प्रधानाध्यापिका का बोलने का गलत तरीका है। विद्यालय का माहौल खराब हो रहा है। उनके व्यवहार से सहायक अध्यापक भी सहमत नहीं हैं। इससे पहले भी प्रधानाध्यापिका अपने व्यवहार के चलते निलंबित हो चुकी हैं। उनके व्यवहार के चलते ही विवाद की स्थिति बनी।
नोटिस और रिपोर्ट आने के बाद की जाएगी कार्रवाई
मामले पर जानकारी देते हुए बीएसए बिमलेश कुमार ने बताया कि प्रधानाध्यापिका के बातचीत का तरीका ठीक नहीं है। शिक्षकों की गुटबाजी के चलते माहौल बिगड़ रहा है। इससे पहले सहायक अध्यापिका नीलम को इंचार्ज बनाया गया था। उनकी जगह प्रधानाध्यापिका की तैनाती की बाद शिक्षकों की गुटबंदी बढ़ने की जानकारी मिली है। जिसके चलते आज ऐसी स्थिति बनी है। नोटिस के जवाब के साथ एबीएसए की रिपोर्ट के आधार पर आगे कार्रवाई करेंगे।