बरेली

उद्यमियों  ने कहा-सौ करोड़ का राजस्व देते हैं, बदले में कोई सुविधा नहीं 

एनपीटी बरेली ब्यूरो

बरेली। लखनऊ हाईवे पर फरीदपुर औद्योगिक क्षेत्र के उद्यमियों को यूनिवर्सिटी चौराहे से फतेहगंज पूर्वी तक स्ट्रीट लाइट न होने से असुविधाएं झेलने के साथ आवागमन में जोखिम उठाना पड़ रहा है। फरीदपुर इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह ने इस पर उद्योग विभाग के उपायुक्त को पत्र लिखा है। इसमें कहा है कि फरीदपुर औद्योगिक क्षेत्र के उद्यमी सरकार को हर साल सौ करोड़ से ज्यादा राजस्व देते हैं, फिर भी उन्हें मामूली सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं।

फरीदपुर औद्योगिक क्षेत्र 1980 में बना था। काफी समय बिजली आपूर्ति न होने से जनरेटर से इकाइयों को चलाया जाता रहा। वर्ष 2006 में एक उद्यमी के जमीन देने के बाद बाकी उद्यमियों ने चंदा किया तो औद्योगिक फीडर लग पाया। अब नकटिया से फतेहगंज पूर्वी तक करीब 40 किमी में 200 के लगभगऔद्योगिक इकाइयां फ्री होल्ड भूमि पर चल रही हैं। नकटिया से इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी तिराहे तक स्ट्रीट लाइटें लगी हुई हैं, लेकिन यूनिवर्सिटी तिराहे से फतेहगंज पूर्वी तक करीब 30 किमी तक एक भी स्ट्रीट लाइट नहीं है। इससे उद्यमियों को भारी असुविधा झेलनी पड़ रही है।

फरीदपुर इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह ने अब उपायुक्त उद्योग विकास यादव को पत्र लिखकर इन्वर्टिस चौराहे से फतेहगंज पूर्वी तक डिवाइडर पर स्ट्रीट लाइटें और तिराहे पर हाईमास्ट लाइटें लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि फरीदपुर औद्योगिक क्षेत्र के उद्यमी साल भर में सौ करोड़ से ज्यादा का राजस्व सरकार को देते हैं लेकिन फिर भी उनकी समस्या नहीं सुनी जा रही है। वह यह समस्या जिला उद्योग बंधु की बैठक में भी उठा चुके हैं।

 एसोसिएशन के अध्यक्ष  गुरप्रीत सिंह ने बताया कि यूनिवर्सिटी चौराहे से फतेहगंज पूर्वी तक स्ट्रीट लाइट और चौराहे पर हाईमास्ट लाइट, सड़क किनारे रिफलेक्टर और कैमरे लगाने की मांग की है ताकि उद्यमियों के साथ उनके श्रमिकों और कर्मचारियों का आवागमन सुरक्षित हो सके। स्ट्रीट लाइट लगने से उद्योग आठ के बजाय 12 घंटे प्रोडक्शन करने लगेंगे।

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