कालाजार प्रभावित गांवों का केन्द्रीय टीम ने लिया जायजा

एनपीटी पाकुड़ ब्यूरो,
पाकुड़ (झा०खं०), कालाजार उन्मूलन के लिए केन्द्रीय टीम के द्वारा पाकुड़ जिले के कालाजार प्रभावित गांव का निरीक्षण किया गया। तीन दिवसीय दौरे पर आयी टीम द्वारा लिट्टीपाड़ा प्रखण्ड के बड़ा कुटलो गांव और अमड़ापाड़ा प्रखण्ड के बदाहा गांव का निरीक्षण किया जहां से संतोषजनक परिणाम प्राप्त हुए। आईआरएस गतिविधियां प्रभावी ढ़ंग से क्रियान्वित पायी गई और रोगियों की स्वास्थ्य स्थिति में सुधार देखा गया जो मजबूत स्वास्थ्य सेवा समर्थन को दर्शाता है। लिट्टीपाड़ा प्रखण्ड में टीम ने सामुदायिक भागीदारी को भी बढ़ावा दिया। जहां कालाजार रोगियों के बीच पोषण कीट का वितरण किया गया, ताकि उनकी रोक प्रतिरोधक क्षमता और स्वास्थ्य में सुधार हो सके। इसके अलावा कालाजार चैंपियन- जो समुदाय स्वास्थ्य कार्यकर्ता है और बीमारी नियंत्रण में अहम भूमिका निभा रहे हैं, उनको टी शर्ट, टोपी और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही कालाजार के मरीजों से मुलाकात कर आवश्यक जानकारी दी गई तथा फीडबैक लिया गया। टीम के अधिकारियों ने बताया कि यह दौरा प्रशासन की कालाजार उन्मूलन के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है और इसमें समुदाय की सक्रिय भागीदारी तथा फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कर्मियों की समर्पित भूमिका को प्रमुख माना है।आगे की कार्य योजना के तहत राष्ट्रीय और राज्य स्तर की टीमों ने जिला और प्रखंड स्तर पर रोगियों की चिकित्सा देखभाल, वेक्टर निगरानी, आईआरएस की गुणवत्ता में सुधार और पोषण एवं जागरूकता कार्यक्रमों के विस्तार की सराहना की। उन्होंने कहा कि झारखंड के कुछ जिलों में अभी भी कालाजार एक सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती बना हुआ है, लेकिन पाकुड़ जैसे जिलों में तेजी से हो रहे प्रयास राज्य को कालाजार उन्मूलन के लक्ष्य के करीब ला रहे हैं। निरीक्षण के दौरान संयुक्त निदेशक, एनवीबीडीसीपी, केन्द्रीय टीम डॉक्टर छवि पंत जोशी, राज्य कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर राजत रंजन, सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल, भीबीडी पदाधिकारी डॉ अमित कुमार, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ कौशलेश कुमार सिंह, डब्ल्यूएचओ की राज्य और जोनल टीम, राज्य और जिला पिरामल टीम, राज्य कालाजार सलाहकार सहित अन्य मौजूद रहे।