आजीविका के मुख्यधारा से जोड़ने हेतु कैदियों को की जा रही है हुनरमंद

एनपीटी पाकुड़ ब्यूरो,
पाकुड़ (झा०खं०), शुक्रवार को भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा मंडलकारा पाकुड़ के बंदियों का प्रोजेक्ट परिवर्तन के तहत 10 दिवसीय फास्ट फूड स्टॉल उद्यमी प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हुआ। जिसमें सफल बंदी प्रशिक्षुओं को उपायुक्त मनीष कुमार, पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, राज्य निदेशक आर्सेटी पाकुड़ राजेश कुमार मिश्रा, मंडलकारापाल दिलीप कुमार, चिकित्सा पदाधिकारी एस के झा और वरिष्ठ संकाय सह- कार्यक्रम समन्वयक अमित कुमार बर्धन ने संयुक्त रूप से प्रमाणपत्र दिया। बंदियों के बीच जिला प्रशासन ने फास्ट फूड मेकिंग पर एक प्रतियोगिता का आयोजन किया। जिसमें सफल प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र और ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। उपायुक्त मनीष कुमार ने बंदियों को कौशल प्रशिक्षण के महत्व के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण का अधिकाधिक लाभ प्राप्त कर कैदियों को स्वावलंबी बनाकर मुख्यधारा से जोड़ा जायेगा। वर्तमान समय में हुनरमंद होना नितांत जरूरी है। जेल से बाहर निकलने पर अपना हुनर का उपयोग कर स्वालंबी बन सकते हैं। पाकुड़ जिला की युवाओं और सखी मंडल की महिलाएं स्वरोजगार कर अच्छी आय प्राप्त कर रही हैं।उपायुक्त के द्वारा जेल में विभिन्न कौशल प्रशिक्षण को लगातार संचालित करने के लिए आरसेटी पाकुड़ को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने कहा कि कैदी कौशल प्रशिक्षण को प्राप्त कर अपना हुनर का विकास करे। उन्होंने विपणन की असीम संभावनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि समाज में अच्छे कार्यों की असीम संभावनाएं हैं और इन्हें भी सजा समाप्ति के बाद मुख्यधारा से जुड़ने का पूरा अधिकार है। निदेशक आरसेटी राजेश कुमार मिश्रा, मंडलकारापाल दिलीप कुमार , चिकित्सा पदाधिकारी एस के जा ने सभी बंदियों को शुभकामनाएं दी। मंच का संचालन करते हुए आरसेटी पाकुड़ के वरिष्ठ संकाय अमित कुमार बर्धन ने बंदियों को शुभकामनाएं देते हुए स्वरोजगार करने की सलाह दी। जीवन स्तर को सुधार करने में प्रशिक्षण के महत्त्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। लाभुकों को इस प्रशिक्षण के साथ साथ विपणन, उद्यमी योग्यता, समय प्रबंधन, वित्तीय समावेशन, प्रोजेक्ट रिपोर्ट, बैंकिंग एवं बीमा आदि से सम्बन्धित जानकारी दी जायेगी। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की प्रशिक्षिका बनपलाशी सरकार हैं। आज के कार्यक्रम का मूल्यांकन नेशनल अकादमी ऑफ रूडसेटी द्वारा प्रतिनियुक्त अधिकारी अरुण नाथ तिवारी और लक्ष्मी कुमारी द्वारा किया गया।