संदिग्ध परिस्थितियों में सड़क के किनारे मिले पत्रकार की इलाज के दौरान मौत।

बेटे का आरोप-संतोष गुप्ता ने छत से फेंका।
नेशनल प्रेस टाइम्स,ब्यूरो
अमेठी। कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत भगवानपुर गांव निवासी पत्रकार प्रदीप त्रिपाठी (62) की रविवार को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। वे 18 मई को अमेठी पुलिस लाइन के पास सड़क किनारे गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिले थे। वहीं मृतक के बेटे अमित त्रिपाठी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस लाइन के पीछे रहने वाले संतोष गुप्ता ने फोन कर उनके पिता को अपने घर बुलाया और विवाद के बाद उन्हें छत से नीचे धक्का दे दिया। हादसे के बाद किसी राहगीर ने पत्रकार प्रदीप को सीएचसी में भर्ती कराया।
अमित का कहना है कि काफी देर तक पिता की जानकारी न मिलने पर वह उन्हें ढूंढते रहे। बाद में सीएचसी से जानकारी मिली कि उनके पिता घायल अवस्था में भर्ती हैं। हालत गंभीर देख परिजनों ने उन्हें दिल्ली के अपोलो अस्पताल रेफर कराया, जहां रविवार को उनकी मौत हो गई। बेटे का आरोप है कि घटना के दिन ही थाने में लिखित तहरीर दी गई थी, लेकिन पुलिस ने कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं की। उन्होंने कहा कि 15 दिन तक कार्रवाई की मांग करते रहे, लेकिन पुलिस टालती रही। इंस्पेक्टर रवि कुमार सिंह ने बताया कि 20 मई को मामले की शिकायत मिली थी। आरोपी के घर पर न मिलने और पीड़ित पक्ष की ओर से बयान उपलब्ध न होने के कारण कार्रवाई में देरी हुई। अब परिजन की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है।