2026 तक कालाजार को जड़ से समाप्त करने के लिए प्रशासन कटिबद्ध- डीसी

नेशनल प्रेस टाइम्स ब्यूरो,
पाकुड़ (झा०खं०), कालाजार उन्मूलन को लेकर पाकुड़ जिला में चल रहे कार्यक्रमों एवं छिड़काव इत्यादि का हाल जानने केन्द्रीय स्वास्थ्य दल पाकुड़ पहुंची है। बैठक में सर्वप्रथम फील्ड वर्कर्स को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया, वर्कर्स ने प्रोजेक्ट जागृति के तहत बालू मक्खी के नियंत्रण और आईआरएस छिड़काव कार्यों में उत्कृष्ट कार्य किए थे। वहीं एमपीडब्ल्यू, सहिया को ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर जागरूकता फैलाने को लेकर पौधा और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कालाजार चैंपियन को राशन किट और टी-शर्ट देकर सम्मानित किया गया। उपायुक्त मनीष कुमार ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अमड़ापाड़ा में कालाजार अभियान के विभिन्न कार्यक्रमों को केन्द्रीय टीम के साथ साझा किया। बैठक में मुख्य रूप से कीटनाशक छिड़काव अभियान और सक्रिय मामलों की पहचान जैसे महत्वपूर्ण कार्यों को मजबूत करने पर चर्चा हुई। उपायुक्त ने कहा कि एमओआईसी द्वारा कालाजार उन्मूलन के कार्यों की निगरानी की गई है जिसका परिणाम इस बार कोई भी घर छिड़काव एवं सर्वे से छूटा नहीं है। स्वास्थ्य टीमों द्वारा घर-घर जाकर जागरूकता अभियान चलाया गया हैं जिसमें ग्रामीणों को छिड़काव कार्यक्रम के बारे में आवश्यक जानकारी दी गई और छिड़काव के बाद 75 दिनों तक घरों में सफेदी या पलस्तर न करने की सलाह दी गई ताकि कीटनाशक का प्रभाव बना रहे। बैठक के दौरान उपायुक्त ने केंद्रीय और राज्य टीमों को बेहतर मामला पहचान और रिपोर्टिंग प्रणालियों के बारे में अवगत कराया। केंद्रीय स्वास्थ्य टीम ने पाकुड़ जिले में हो रहे कालाजार उन्मूलन कार्यक्रम का प्रशंसा किया। उपायुक्त ने कहा कि केंद्र और राज्य की संयुक्त टीम जिला प्रशासन के साथ मिलकर उत्कृष्ट कार्य कर रही है। लेकिन अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता और रोग की पहचान को और मजबूत करने की आवश्यकता है। उपायुक्त ने कहा कि कालाजार से प्रभावित गांव के लोग मच्छरदानी का नियमित उपयोग करें। उपायुक्त ने जीतेगा पाकुड़- हारेगा कालाजार का नारा देते हुए सभी को इस जनसंघर्ष में भागीदार बनने की अपील की। इसके पश्चात प्रकृति हूल महोत्सव के तहत सीएससी परिसर में उपायुक्त व केन्द्रीय स्वास्थ्य टीम ने पौधारोपण किया। साथ ही हस्ताक्षर अभियान चलाकर कालाजार के खिलाफ जन जागरुकता का संदेश दिया। बैठक में निदेशक, एनभीबीडीसीपी डॉ तनु जैन, सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल, भीबीडी पदाधिकारी डॉ अमित कुमार, डब्ल्यूएचओ की राज्य और जोनल टीम, राज्य और जिला पिरामल टीम, राज्य कालाजार सलाहकार सहित अन्य मौजूद रहे।