
नेशनल प्रेस टाइम ,ब्यूरो
बरेली। मनरेगा योजना के तहत विकासखंड विथरी चैनपुर की ग्राम पंचायत भीकमपुर में भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है। वर्ष 2019 में मनरेगा कार्यों में अनियमितता और सरकारी धन के दुरुपयोग की शिकायतों पर जिलाधिकारी ने तत्कालीन ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी पुष्पेंद्र गंगवार के खिलाफ जांच कराई थी। जांच में आरोप प्रमाणित पाए गए और 41,934 रुपए की वसूली का आदेश पारित किया गया था। लेकिन हैरानी की बात यह है कि पांच साल बीत जाने के बाद भी न तो धन की वसूली हुई और न ही जिम्मेदारों पर कोई कार्रवाई। इससे प्रतीत होता है कि ग्राम विकास अधिकारी ने डीएम के आदेश को ठंडे बस्ते में डाल दिया। लंबे समय से ठंडे बस्ते में पड़ी फाइल तब हरकत में आई जब पंचायती राज अधिकारी कमल किशोर ने गंभीरता दिखाते हुए ग्राम विकास अधिकारी पुष्पेंद्र गंगवार के नाम नोटिस जारी कर ₹41,934 की वसूली के निर्देश दिए। साथ ही चेतावनी दी गई है कि यदि निर्धारित समय पर धनराशि जमा नहीं की गई तो आगे की विधिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।