टीचर और भूमिहीन विधवा का लेखपाल की फर्जी रिपोर्ट पर बनाया एक ही जैसी आय का प्रमाण पत्र

अपात्र को मिली आंगनबाड़ी में नौकरी, पात्र कई दिनों से दे रही तहसील पर धरना
एनपीटी ब्यूरो
बरेली। आंवला तहसील में तैनात लेखपाल अमित सक्सेना पर आरोप है कि पैसे लेकर फर्जी आय प्रमाण पत्र की रिपोर्ट लगा दी। जिससे पात्र भूमिहीन विधवा की बेटी को नौकरी नही मिल पाई । तहसील आंवला के गांव मानौना की रहने वाली शबीना पिछले छः दिनों से परिवार सहित आंवला तहसील पर धरना दे रही है। महिला का आरोप है कि लेखपाल और तहसील प्रशासन की मिलीभगत से आय प्रमाण जारी किया गया। तहसील आंवला के गांव मानौना की रहने वाली शबीना ने बताया कि उसके
परिवार का कोई आय का साधना नहीं है और भूमिहीन होने के कारण पीड़ित बी पी एल कार्ड धारक है सरकार ने उसे आवास दिया है उसी में शबीना का परिवार अपना गुजारा करता है।
आंगनबाड़ी की भर्ती में योग्यता बारहवीं पास मांगी गई है जिसमें 80 प्रतिशत अंक हैं। जिसके तहत पीड़ित पूर्ण रूप से पात्र होते हुए भी आय प्रमाण पत्र के अनुसार उसे अपात्र घोषित कर दिया गया। वहीं दूसरी ओर लेखपाल अमित सक्सेना पर आरोप है कि इसरार अहमद ने लेखपाल से मिलकर फर्जी आय प्रमाण पत्र बनवाकर उसकी पत्नी शबनम ने नौकरी हासिल की है। जबकि पीड़ित के अनुसार शबनम के पति इंटर कॉलेज में अध्यापक हैं और कृषि भूमि और गांव में पक्के मकान के मालिक हैं जिसमें परिवार सहित रहते हैं, जिसके फोटो और अन्य सबूत पीड़ित शबीना पर मौजूद हैं, इस मामले पर उपजिलाधिरी आंवला एन० राम से बातया कि मामले की जांच की जा रही है, जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।