पिछड़ता पाकुड़ से पछाड़ता पाकुड़ का सपना हो सकता है साकार, होली की रंग में भाईचारे की महक

एनपीटी पाकुड़ ब्यूरो,
पाकुड़ (झा०खं०), जिला पाकुड़ वासियों के हृदय में अल्प समयन्तराल के अवधि में ही अपनी उत्कृष्ट कार्यशैली की साक्ष्य का समायोजन कर चुके युवा उपायुक्त मनीष कुमार ने पाकुड़ को संवारने की हर एक जरूरी कदम उठाते हुए सार्वांगीण विकास की अवयवों को धरातल पर वास्तविक स्वरूप चरितार्थ करने की आयाम स्थापित करने एवं आवश्यक पहलुओं को समायोजित करने में अहम भूमिका अदा करते हुए नजर आ रहे हैं। उपायुक्त मनीष कुमार ने सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर वास्तविक स्वरूप चरितार्थ करने में लगातार मॉनिटर तो कर ही रहे हैं। साथ ही जिला की सार्वांगीण विकास के ध्यानार्थ प्रोजेक्ट पारख, प्रोजेक्ट प्रयास ( हुनर से हुनर तक का सफर)/ एस.आई.पी. अन्य समेत पिछड़ता पाकुड़ से पछाड़ता पाकुड़ की बहु आयामी थीम की शुरुआत करते हुए उल्लेखनीय बहुउद्देशीय आयाम को धरातल पर वास्तविक स्वरूप चरितार्थ करने की आवश्यक एलिमेंट्स को स्थापित करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। चाहे साफ- सफाई/स्वच्छता के क्षेत्र में हो या फिर सड़कों का चौड़ीकरण या सौन्दर्यीकरण की उत्कृष्ट आयाम स्थापना की अनुकूल अवयवों को सुनिश्चित करना हो या फिर स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने के साथ – साथ शिक्षा जगत में पाकुड़ के स्टूडेंट्स में कंपिटीशन की जागृति स्थापित करने की उत्कृष्ट पंक्ति को समायोजित करने की इश्यू हो, यानी पाकुड़ की सार्वांगीण विकास की आयाम स्थापित करने की मूलभूत सुविधाएं सुव्यवस्थित करने में जुटे हुए हैं। और इसी उम्दा पंक्ति की वजह से ही अल्प समयन्तराल अवधि में ही पाकुड़ वासियों के हृदय में उत्कृष्ट कार्यशैली की पहचान समायोजित करने में कामयाब होता हुआ नजर आ रहे हैं। लेकिन इन उत्कृष्ट आयाम को स्थापित करने की दिशा में कहीं न कहीं पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार की भी भूमिका जगजाहिर है। वही लोगों का कहना है कि पाकुड को संवारने में जुटे डीसी – एसपी की अहम भूमिका पाकुड़ की तकदीर यानी दिशा व दशा बदलने में सहायक साबित हो सकता है। बाहरेहाल जो भी हो, पाकुड़ की सार्वांगीण विकास की आयाम स्थापित करने में जो भुमिका सुनिश्चित करने में लगे हुए हैं, यदि पाकुड़ डीसी- एसपी को महज साल भर का समय सरकार और देते हैं तो शत- प्रतिशत भरोसा है कि पाकुड़ को संवारने की उम्दा पंक्ति निश्चित रूप से धरातल पर वास्तविक स्वरूप चरितार्थ होता हुआ नजर आयेगा और पिछड़ता पाकुड़ से पछाड़ता पाकुड़ की शब्दोच्चारण जगजाहिर होने के साथ-साथ पाकुड़ विकसित जिले की श्रेणी में अपनी पहचान सुनिश्चित करेगा। साथ ही जिला वासियों की वर्षों की तमन्ना निश्चित रूप से साकार होने के साथ-साथ जिले के संवारने की पूर्व उपायुक्त राधेश्याम बिहारी सिंह की संजोयने की इश्यू वास्तविक स्वरूप चरितार्थ भी होगा। वही रंगों की त्यौहार होली पर्व के शुभ अवसर पर समाहरणालय संवर्ग के अधिकारी, कर्मी समेत डीसी – एसपी व मीडिया के साथी एक दुसरे को होली की रंग – गुलाल देने के साथ गले लगाते हुए नजर आये। मानो लग रहा था कि देश की सदियों पुरानी संस्कृति की महकती हुई पंक्ति आपसी भाईचारे की नम आंखों की चेहरे पर मुस्कुराहट हृदय को छू गया जो गवाह का प्रतीक बना। इस दौरान मुख्य रूप से उपायुक्त मनीष कुमार, पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, अपर समाहर्ता जेम्स सुरीन, डीटीओ संजय पीएम कुजूर, विशेष कार्यपालक पदाधिकारी त्रिभूवन सिंह, एसडीओ साईमन मरांडी, एसडीपीओ डीएन आजाद अन्य समेत थाना प्रभारी व मीडिया के साथी मौजूद थे।