झामुमो की स्थापना दिवस समारोह में दहाड़े हेमन्त – कल्पना

एनपीटी पाकुड़ ब्यूरो
पाकुड़ (झा०खं०, दुमका के गांधी मैदान में आयोजित झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के 46 वां स्थापना दिवस समारोह को सम्बोधित करते हुए सीएम हेमन्त सोरेन ने कहा कि बाबा तिलका माझी, भगवान बिरसा मुंडा, सिदो-कान्हू, चांद-भैरव, फूलो-झानो, पोटो हो, टाना भगत, नीलांबर-पीतांबर, शेख भिखारी जैसे कई वीरों की क्रांतिकारी भूमि है झारखण्ड। कहा देश के निर्माण में झारखण्ड ने हमेशा अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। मगर हमें हमेशा अपने हक-अधिकार के लिए लड़ाई लड़नी पड़ी है। केन्द्र सरकार के आम बजट में भी झारखण्ड को दरकिनार कर दिया गया। हमें अपने राज्य के 1 लाख 36 हजार करोड़ रुपए बकाया लेने के लिए संघर्ष करना होगा। झारखण्ड में लोगों को सशक्त करने के लिए हम अनुदान देते हैं, लाभ देते हैं, जबकि केन्द्र सरकार लोगों को ऋण के जंजाल में फंसाकर उन्हें बांधना चाहती है। ऐसा यह लोग सिर्फ अपने कुछ मित्रों को ही फायदा पहुंचाने के लिए करते हैं। उन्होंने कहा कि आदरणीय बाबा दिशोम गुरुजी और कई आंदोलनकारियों के अथक संघर्ष के बाद हमें यह राज्य मिला। अब इसे मिलकर आगे ले जाने का काम हमें करना है। कहा वर्षों से चले आ रहे, देर रात तक चलने वाले इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में दुमका में झामुमो के 46वें स्थापना दिवस समारोह कार्यक्रम में शामिल हुआ। संथाल परगना समेत राज्य के विभिन्न कोनों से आए सभी लोगों को हार्दिक बधाई, आभार और जोहार। वही झारखण्ड मुक्ति मोर्चा 46वां स्थापना दिवस समारोह को सम्बोधित करते हुए गांडेय विधायक कल्पना सोरेन ने कहा कि आप सभी झारखंडवासियों और झामुमो के कर्मठ कार्यकर्ताओं के बीच बोलने और अपने विचार साझा करने का अवसर मिलना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। यह सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि हमारे संघर्ष, बलिदान और संकल्प का प्रतीक है। यह पल मेरे दिल के बेहद करीब रहेगा। उन्होंने कहा कि नेमरा गांव का वह बालक, जिसने गरीब-गुरबों, दलितों और वंचितों की आवाज़ बनकर महाजनी प्रथा के खिलाफ विद्रोह किया, झारखण्ड के हक़ और अस्मिता के लिए संघर्ष किया और दिशोम गुरु शिबू सोरेन के रूप में हम सभी के पथप्रदर्शक बने। कहा उन्होंने झारखण्ड को एक नई पहचान दी, एक अलग राज्य का सपना साकार किया और अपने पूरे जीवन को झारखण्डवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए समर्पित कर दिया। इसी वजह से आज पूरा झारखण्ड उनके साथ खड़ा है। कल्पना सोरेन ने कहा कि आज मैं आप सभी झारखंडवासियों और झामुमो परिवार के हर कर्मठ साथी का दिल से आभार व्यक्त करता हूं, क्योंकि आपकी ताकत और विश्वास की बदौलत अबुआ सरकार लगातार दो बार सत्ता में आई है। आपने हमें सेवा करने का अवसर दिया, और हमने दिल से झारखण्ड के विकास और जनकल्याण के लिए कार्य किया। आने वाले भविष्य में भी झारखण्ड की अस्मिता, हक़ और अधिकार की रक्षा के लिए हेमन्त जी के नेतृत्व में अबुआ सरकार ही सत्ता में आयेगी। उन्होंने कहा कि कोविड के कठिन दौर में जब पूरा देश मुश्किल में था, तब भी झारखण्ड में किसी ने भूख से दम नहीं तोड़ा, क्योंकि अबुआ सरकार हर जरूरतमंद के साथ खड़ी रही। लेकिन इससे पहले डबल इंजन सरकार के दौर में गरीब-गुरबों की कोई सुनवाई नहीं थी। उस समय झारखण्ड में भूख से हुई मौतें इस बात की दर्दनाक गवाही है कि सत्ता में रहते हुए इन्होंने झारखण्ड के असली लोगों की तकलीफों को कभी नहीं समझा। कहा इन्होंने विकास की गाड़ी नहीं चलाई, बल्कि डबल इंजन की ताकत से झारखंड को लूटा। लेकिन झारखण्ड की जनता ने इनके छलावे को पहचान लिया और आप सभी के प्यार और भरोसे ने हेमन्त जी को झारखण्ड की सेवा करने का अवसर दिया। आज, जब हम पीछे मुड़कर देखते हैं, तो गर्व से कह सकते हैं कि हमने सिर्फ सरकार नहीं, बल्कि झारखण्ड के भविष्य को मजबूत करने का काम किया। कल्पना सोरेन ने कहा कि हमारा संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है। झारखण्ड को उसके हक़ का हर अधिकार दिलाना है, इसे विकास और आत्मनिर्भरता की नई ऊंचाइयों तक ले जाना है और इसके लिए हम सभी को एकजुट होकर आगे बढ़ना होगा। झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के 46वें स्थापना दिवस समारोह को सांसद विजय हसदा, सांसद महुआ मांझी, विधायक प्रो. स्टीफन मरांडी, हेमलाल मुर्मू व एमटी राजा अन्य ने भी सम्बोधित किया। दुमका की ऐतिहासिक धरती पर पूर्व जिला अध्यक्ष श्याम यादव, केन्द्रीय समिति सदस्य हाजी समाद आली व अजीजूल इस्लाम समेत हजारों से अधिक झामुमो कार्यकर्ता सहित झामुमो प्रेमी शामिल हुए।