अखंड भारत के संस्थापक आचार्य चाणक्य की मनाई गई जयंती।

नेशनल प्रेस टाइम्स,ब्यूरो।
खैरथल। अखंड भारत के संस्थापक और सामाजिक समरसता के पक्षधर आचार्य चाणक्य की जंयती विश्व ब्राह्मण दिवस के रूप में विप्र कल्याण समिति के मातोर रोड़ स्थित कार्यालय पर समारोह पूर्वक मनाई गई। जिसकी अध्यक्षता बाबू लाल शर्मा संगम ने की। लोगों ने आचार्या चाणक्य की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया। आचार्यश्री के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उन्हें एक कुशल राजनीतिज्ञ, कूटनीतिज्ञ, प्रकांड विद्वान के साथ साथ अर्थशास्त्री के रुप में जाने जाते की बात कही। कहा कि इतिहास आचार्य चाणक्य की उपलब्धियों का साक्षी है। कौटिल्य के नाम से चर्चित चाणक्य ने ही नंदवंश का नाश कर चंद्रगुप्त मौर्य को राजा बनाकर उन्हें दीक्षा दी। जिसके बदौलत उन्होंने मौर्य साम्राज्य का झंडा गाड़ा। कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने चाणक्य नीति व सिद्धांतों को आमजन को आत्मसात करने की चर्चा की। कहा कि आज भी चाणक्य के द्वारा बताए गए सिद्धांत और नीतियां प्रासंगिक है। इस अवसर पर इस दौरान समिति के जिला अध्यक्ष संदीप मिश्रा, बाबूलाल संगम, मुण्डावर अध्यक्ष अभिनव शर्मा, हरसौली अध्यक्ष रविकांत जोशी, महेंद्र शर्मा, महेश शर्मा, जेपी जोशी, सुनील शर्मा, जितेन्द्र शर्मा, हरीश शर्मा, मयंक शर्मा एवं अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
मौके पर रविंद्रशर्मा ने कहा कि चाणक्य मगध के एक साधारण ब्राह्मण के पुत्र थे। उनके पिता का नाम चणक था। उन्हें कौटिल्य और विष्णुगुप्त के नाम से भी जाना जाता है। वे तक्षशिला विश्वविद्यालय के आचार्य, दार्शनिक, नयायाविद और सलाहकार भी थे। चंद्रगुप्त मौर्य को राजा बनाने व उनके शासन में आचार्य चाणक्य प्रधानमंत्री भी रहें। इनके द्वारा अर्थशास्त्र, राजनीति शास्त्र आदि पुस्तकें भी लिखी गई थी। जिसमे जीवन में सफलता प्राप्त करने और अपने लक्ष्य पर टिके रहने के संबंध में भी अहम बातें बताई है।