जिला कलक्टर ने ली जिला परिषद की समीक्षात्मक बैठक

जल संचय जन भागीदारी अभियान व एमजेएसए 2.0 के कार्यों को 30 जून तक पूर्ण करने के दिए निर्देश
प्रधानमंत्री धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत लगाए जाने वाले शिविरों की करें तैयारी
नेशनल प्रेस टाइम्स,ब्यूरो।
अलवर । जिला कलक्टर डॉ. आर्तिका शुक्ला की अध्यक्षता में मंगलवार को कलक्ट्रेट सभागार में जिला परिषद की समीक्षात्मक बैठक आयोजित हुई जिसमें जल संचय जन भागीदारी अभियान, एमपी एमएलए लैड, मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना, मनरेगा, आंगनबाडी रिनोवेशन एवं ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग द्वारा संचालित अन्य योजनाओं की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
बावडियों के जीर्णोद्धार कार्यों को 15 दिवस में करें पूर्ण
जिला कलक्टर ने मनरेगा की समीक्षा कर निर्देश दिये कि जिले में मनरेगा योजना से कंवर्जन कर 9 बावडियों के जीर्णोद्धार कार्यों में शेष प्रगतिरत 6 कार्यों को आगामी 15 दिवस में पूर्ण करें। उन्होंने मनरेगा से कंवर्जन कर प्रत्येक ब्लॉक में एक-एक तैयार कराए जा रहे खेल मैदान/स्टेडियम की प्रगति की समीक्षा कर निर्देश दिये कि इन मैदानों को गुणवत्ता के साथ तैयार करें। उन्होंने निर्देश दिये कि मनरेगा के स्वीकृत किए जाने वाले कार्यों में डेयरी फार्मिंग के कार्यों को शामिल करें। साथ ही उन्होंने निर्देश दिये कि प्रगतिरत 6 हजार कार्यों को 30 जून से पूर्व पूर्ण करें एवं उन्हें पोर्टल पर अपडेट करावे।
30 जून तक प्रगतिरत एमजेएसए कार्यों को पूर्ण करने के दिए निर्देश
उन्होंने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.0 के द्वितीय चरण की समीक्षा कर निर्देश दिये कि 30 जून तक योजना के तहत स्वीकृत सभी 5488 कार्य पूर्ण करना सुनिश्चित करें। साथ ही उन्होंने निर्देश दिये कि योजना के अंतर्गत अलवर जिले की 9 पंचायत समितियों के 64 ग्राम पंचायतों के 195 गांव का 54783 हैक्टेयर क्षेत्र उपचारित किया जाना है। इस कार्य को प्राथमिकता के साथ किया जाए। उन्होंने निर्देश दिये कि जिन क्षेत्रों में जल जीवन मिशन के कार्य स्वीकृत नहीं हैं उन स्थानों पर मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान के तहत प्रमुखता से जल संरक्षण के कार्य स्वीकृत किए जावे। उन्होंने जिला परिषद के सीईओ को निर्देशित किया कि प्रत्येक ब्लॉकवार एमजेएसए 20 के कार्यों की नियमित समीक्षा करें।
प्रधानमंत्री धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान की तैयारियों की कि समीक्षा
जिला कलक्टर ने प्रधानमंत्री धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान की तैयारियों की समीक्षा कर कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में सामाजिक बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य, शिक्षा, आजीविका को विकसित करने एवं केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं से आदिवासी क्षेत्रों के जनजातीय लोगों को लाभांवित कराने के उद्देश्य से जिले में 15 जून से 30 जून तक 7 पंचायत समितियों में चयनित 142 गांवों में शिविर लगाए जाएंगे, जिसमें जनजातीय लोगों को लाभांवित कराया जाना है। उन्होंने निर्देश दिये कि जिला परिषद के सीईओ संबंधित विभागों की तैयारी बैठक लेवे तथा उन्हें शिविर के दौरान किए जाने वाले कार्यों एवं उनके दायित्वों के संबंध में अवगत कराकर इन शिविरों के माध्यम से भारत सरकार की मंशा के अनुरूप जनजातीय लोगों को लाभांवित करें।
योजनाओं की करें प्रभावी मॉनिटरिंग
जिला कलक्टर ने जिला परिषद के सीईओ को ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग में संचालित योजनाओं की प्रभावी मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना की समीक्षा कर निर्देश दिये कि योजना के तहत ग्राम पंचायतों से प्राप्त प्रस्तावों की प्राथमिकता तय करने हेतु अंतर विभागीय समीक्षा बैठक आयोजित की जावे। साथ ही योजना के तहत प्रगतिरत कार्यों को गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण करावे। इसी प्रकार उन्होंने सांसद स्थानीय निधि कोष व विधायक स्थानीय निधि कोष योजना की समीक्षा कर निर्देश दिये कि योजना के तहत प्राप्त प्रस्तावों को त्वरित रूप से अमलीजामा पहनाना सुनिश्चित किया जावे। प्रगतिरत कार्यों की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखे। उन्होंने आंगन बाडी रिनोवेशन कार्यों की समीक्षा कर महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक को निर्देश दिये कि उपखण्ड अधिकारियों व विकास अधिकारियों से समन्वय कर सरकारी योजनाओं एवं सीएसआर के माध्यम से और आंगनबाडियों के रिनोवेशन कराने के प्रस्ताव तैयार करें।
बैठक में जिला परिषद के सीईओ सालूखे गौरव रविन्द्र, वाटरशेड विभाग के अधीक्षण अभियन्ता नरेन्द्र मोथू, मनरेगा के अधीक्षण अभियन्ता नरेन्द्र लक्खीवाल, अधिशाषी अभियन्ता अभियांत्रिकी प्यारेलाल मीणा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक लक्ष्मण सिंह, पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियन्ता भूरी सिंह, जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियन्ता रमेश चंद सैनी, महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक महेश चंद गुप्ता, सीएमएचओ डॉ योगेन्द्र शर्मा, एलडीएम बाबूलाल पालरिया सहित संबंधित अधिकारी एवं समस्त बीडीओ मौजूद रहे।