शंकरदेव शिशु-विद्या निकेतन, असम ने मेधावी छात्राओं को दिया युगल किशोर और रामदुलारी मालपानी स्मृति मेधा पुरस्कार, अभिनंदन और सम्मान।

नेशनल प्रेस टाइम्स ब्यूरो, असम :
हाल ही में घोषित हाईस्कूल शिक्षान्त परीक्षा में विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान से सम्बद्ध “शिशु शिक्षा समिति, असम” के अंतर्गत संचालित शंकरदेव शिशु विद्या निकेतनों के उत्कृष्ट परिणामों ने असम की जनता के बीच विद्या भारती के आदर्शों और मातृभाषा माध्यम के विद्यालयों की महत्ता को कई गुना बढ़ा दिया है। असम के विभिन्न क्षेत्रों के मेधावी छात्र-छात्राओं को गुवाहाटी के जू रोड स्थित विष्णुपथ शंकरदेव शिशु विद्या निकेतन के रजनीकांत देव शर्मा स्मृति सभागार में शिशु शिक्षा समिति, असम द्वारा आयोजित एक अभिनंदन और सम्मान समारोह में सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और मंगलाचरण से हुआ, जिसे त्रिपुरा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गंगा प्रसाद प्रसैन, विद्या भारती पूर्वोत्तर क्षेत्र के अध्यक्ष और मालपानी परिवार ने संपन्न किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ. प्रसैन के सामने शिशु शिक्षा समिति, असम के महासचिव श्री जगन्नाथ राजवंशी ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। मुख्य वक्ता के रूप में सेवा निवृत्त एयर वाइस मार्शल संजीव बरदोलोई ने विद्या भारती के राष्ट्र निर्माण में योगदान की सराहना की। मुख्य अतिथि, असम सरकार के उच्च शिक्षा सलाहकार देबब्रत दास ने विद्या भारती की संस्कारयुक्त शिक्षा प्रणाली को राष्ट्र के लिए आदर्श नागरिक निर्माण में सहायक बताया। सभा को समिति के अध्यक्ष कुलेंद्र कुमार भगवती और सरोज मालपानी ने भी संबोधित किया। इस गरिमामयी कार्यक्रम में 95% या उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को, पहली बार 100% उत्तीर्ण होने वाले निकेतनों के प्रधानाचार्यों को तथा 100% प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण निकेतनों के प्रधानाचार्यों को सम्मानित किया गया। पुरस्कार वितरण का संयोजन बीरूबाड़ी शंकरदेव शिशु निकेतन के प्रधानाचार्य अरूप बुजरबुरुआ ने किया। प्रचार प्रमुख मुकुटेश्वर गोस्वामी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, इस बार समिति के ब्रह्मपुत्र उपत्यका क्षेत्र के 529 निकेतनों में से 330 निकेतनों ने हाईस्कूल शिक्षान्त परीक्षा में भाग लिया। कुल परीक्षार्थियों की संख्या 9960 थी, जिसमें से 94.03% छात्र-छात्राएं उत्तीर्ण हुए। इनमें से 168 निकेतनों के सभी छात्र-छात्राएं 100% उत्तीर्ण हुए। 541 छात्रों को डिस्टिंक्शन, 1670 को स्टार मार्क प्राप्त हुए। कुल 9960 में से 6143 छात्र प्रथम श्रेणी, 2857 द्वितीय श्रेणी और 365 तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। इसके अतिरिक्त, कुल 12180 बार पत्रांक (लेटर मार्क्स) प्राप्त हुए, जिनमें कई छात्रों ने विभिन्न विषयों में 100% अंक प्राप्त किए। उच्चतर माध्यमिक परीक्षा में , 692 छात्र-छात्राओं में से 657 उत्तीर्ण हुए, जिससे कुल सफलता दर 95% रही। 44 निकेतनों में से 34 ने 100% सफलता प्राप्त की। 19 छात्रों को डिस्टिंक्शन, 68 को स्टार मार्क्स मिले; 300 प्रथम श्रेणी, 250 द्वितीय और 107 तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए।विद्या भारती पूर्वोत्तर क्षेत्र के संगठन सचिव डॉ. पवन तिवारी, शिशु शिक्षा समिति के संगठन सचिव निरव घेलानी और सभी संबंधित अधिकारी, पूर्णकालिक कार्यकर्ता तथा सभी कार्यकर्त्ता वर्ग ने छात्रों की सफलता पर हार्दिक बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।