अमरोहा में ग्रामीणों ने तेंदुए को पीटकर मार डाला

6 लोगों पर हमला कर घायल किया, वन विभाग ने FIR दर्ज कराया
नेशनल प्रेस टाइम्स, ब्यूरो।
अमरोहा : ग्रामीणों ने एक तेंदुए को पीट-पीटकर मार डाला। सनिवार शाम खेतों में काम कर रहे ग्रामीणों पर तेंदुए ने हमला कर दिया। हमले में 6 लोग घायल हो गए। शोर सुनकर ग्रामीण लाठी डंडा लेकर खेत की तरफ दौड़े। गुस्साए ग्रामीणों ने तेंदुए को गन्ने की खेत घेर लिया।
तेंदुआ भाग पाता उससे पहले ग्रामीणों ने गन्ने की खेत में तेंदुए पर लाठी बरसाना शुरू कर दिया। कुछ देर बाद तेंदुए के मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पुलिस और वन विभाग की टीम पहुंची। वन विभाग की टीम ने मृत तेंदुए को कब्जे में ले लिया।
मामला नौगावां सादात थाना क्षेत्र के कुतुबपुर हमीदपुर गांव का है। पुलिस ने तेंदुए की मौत के मामले में ग्राम प्रधान बृजेश के भाई राकेश समेत चार लोगों को हिरासत में लिया। आक्रोशित गांव वाले ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवार होकर थाने पहुंच गए। थाने में ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया। जिस पर पुलिस ने सभी को छेड़ दिया।
खेत में काम करते समय किया हमला
ग्रामीणों ने बताया कि डालचंद सिंह अपने बेटे कौकिल के साथ घर से 200 मीटर दूर खेत में काम कर रहे थे। तभी बगल के खेत से निकले तेंदुए ने दोनों हमला कर दिया। शोर सुनकर आस पास के खेत में काम कर रहे कृपाल सिंह, अरविंद, धर्म सिंह और हेमराज मौके पर पहुंचे।
तेंदुए ने देखते ही उन लोगों पर महला कर दिया। तेंदुए ने एक युवक का चेहरा नोच लिया। ग्रामीण बोले-हम लोगों ने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचाई। जान बचाने के लिए जोर जोर से शोर मचाने लगे। शोर सुन कर गांव के लोग मौके पर पहुंचे। तेंदुए को घेर कर मार डाला
तेंदुए के हमले में घायल हेमराज ने बताया कि मैं खेत में काम कर रहा था। तभी शोर सुनाई दिया कि दुआ आया तेंदू आया। मैं खेत से निकल कर बाहर आया। तब तक मेरे पीछे आकर तेंदुए ने मेरे ऊपर हमला कर दिया। उसने मेरे हाथ और पीठ पर घाव कर दिए। मैं घायल हो गया।
मुझे देखकर मेरे भाई मुझे बचाने दौड़े तो उन पर भी हमला कर दिया। तेंदुए के हमले से मैं दहशत में आ गया। मैं बेहोशी की हालत हो गया। मुझे यहां पर कौन लेकर आया मैं कैसे अस्पताल पहुंचा। मुझे कुछ पता नहीं। हमसे पहले चार लोगों को घायल कर चुका था।
हमारे गांव में 8-10 दिन से तेंदुए को देखा जा रहा है। डर से गांव वाले साथ-साथ ही घर से बाहर निकलते थे। लेकिन आज हमारे गांव के दो लोग अपने खेत में काम करने गए थे। तभी उन पर हमला कर दिया। पूरे गांव में डर का माहौल है। गांव के बगल जंगल है। डर के मारे कोई भी जंगल की तरफ जाने को तैयार नहीं होता।
सर्किल सीओ अवधभान सिंह भदोरिया ने बताया कि तेंदुए की मौत के मामले में पुलिस की टीम गांव गई हुई है। अभी तक वन विभाग द्वारा इस मामले में कोई तहरीर नहीं दी गई है। डीएफओ कार्यालय में कराए गए तेंदुए के पोस्टमॉर्टम में चोट लगने से मौत की पुष्टि हुई है।
