
कांधला। विकासखंड क्षेत्र के गांव ख्वासपुर मे सोमवार को विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय मैं किसान गोष्ठी आयोजित की गई। इस दौरान दर्जनों किसान मौजूद रहे। किसान गोष्ठी मे कृषि विज्ञान केन्द्र वैज्ञानिक डा संदीप चौधरी ने विकसित कृषि संकल्प अभियान के बारे मे जागरूक करते हुए किसानो को वर्तमान समय में गन्ने की फसल में विभिन्न प्रकार के रोग एवं कीट प्रकोप की बढ़ने की जानकारी दी। जिससे उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। कीट व रोग के नियंत्रण के लिए किसानो को बीज शोधन व भूमि शोधन करना चाहिए। किसानों को समय पर निगरानी व उचित नियंत्रण उपाय अपनाने की आवश्यकता होती है। गन्ने के प्रमुख रोग एवं नियंत्रण उपाय बताए व बताया कि गन्ने का लाल सड़न के लक्षण पत्तियों का सूखना, गन्ने के अन्दर लाल धारीदार सड़न है। इसके नियंत्रण मे किसान रोगग्रस्त पौधों को खेत से हटाएं व नष्ट करें। इसके नियंत्रण के लिए उचित जल निकास रखें संतुलित उर्वरक का प्रयोग करें। ट्राईकोड्रमा की एक किग्रा प्रति एकड़ गोबर खाद में मिलाकर प्रयोग करें। गन्ने के स्मट रोग का नियंत्रण प्रोपिकोनाजोल का प्रयोग एक मिली प्रति लीटर पानी का घोल बनाकर स्प्रे कर सकते है। इस अवसर पर भूमि संरक्षण अनुभाग से विनुज, तकनीकी प्रबन्धक धर्मेंद्र सिंह, विशु, सतेन्द्र, सत्यवान, बिजेंद्र, सत्यप्रकाश, कमलेश्वर, अमित, विनोद सरदार सहित आदि मौजूद रहे।