डॉक्टर पर लगाये गंभीर आरोप, गलत इलाज की वजह से गई युवक की जान

मझोला थाना क्षेत्र स्थित विनम क्लीनिक के डॉक्टर अशोक कुमार पर एक मरीज की जान लेने और सबूत मिटाने की साजिश रचने का गंभीर आरोप लगते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है।
एनपीटी मुरादाबाद ब्यूरो
मुरादाबाद। मझोला थाना क्षेत्र स्थित विनम क्लीनिक के डॉक्टर अशोक कुमार पर एक मरीज की जान लेने और सबूत मिटाने की साजिश रचने का गंभीर आरोप लगा है। मृतक की पत्नी मुनेश ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना-पत्र देकर पूरे मामले की जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है।
हालत बिगड़ने पर भी गंभीरता से नहीं लिया
घटना 24 जनवरी 2025 की है, जब बिरजू (पुत्र स्व. कल्लू लाल) को हल्का बुखार होने पर वह अपनी बेटी राधा के साथ डॉक्टर अशोक कुमार के क्लीनिक पर दवा लेने गया। मृतक की बेटी के अनुसार डॉक्टर ने इंजेक्शन लगाने के बाद बिरजू को वहीं बैठा दिया और दवा का पर्चा कंपाउंडर को थमा दिया। इंजेक्शन लगते ही बिरजू की हालत बिगड़ने लगी, लेकिन डॉक्टर ने गंभीरता से नहीं लिया। बेटी के सब्जी लेने चले जाने के बाद, जब वह वापस लौटी तो क्लीनिक के कंपाउंडरों ने उसे यह कहकर भगा दिया कि उसके पिता जा चुके हैं। रात तक जब बिरजू घर नहीं पंहुचा तो परिवार वालो को चिंता होने लगी जिसके बाद परिवार के लोगो ने बिरजू की तलाश शुरू की। तभी अगले दिन जिला अस्पताल में जाकर पता चला कि एक लावारिस लाश लाई गई थी, जिसे देखकर पत्नी मुनेश ने अपने पति के रूप में पहचाना।
शव को ई-रिक्शा से जिला अस्पताल भेजा
बता दे कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है, और केमिकल एनालिसिस के लिए विसरा सुरक्षित किया गया है। आरोप है कि डॉक्टर अशोक कुमार, जिनके पास एलोपैथी की कोई डिग्री नहीं है, गलत इलाज कर बिरजू की जान ली और फिर अपने कंपाउंडरों अतुल व विजय के जरिए शव को ई-रिक्शा से जिला अस्पताल भेज कर लावारिस घोषित करवा दिया।
प्रार्थिनी मुनेश का कहना है कि अब डॉक्टर अशोक कुमार उन्हें धमका रहा है और कानूनी कार्यवाही न करने का दबाव बना रहा है। पीड़िता ने पुलिस से मामले में एफआईआर दर्ज कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।