एंबुलेंस ड्राइवर की वजह से जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है 20 वर्षीय अहद- परिजन
20-year-old Ahad is struggling between life and death because of the ambulance driver- family

नेशनल प्रेस टाइम्स ब्यूरो।
पाकुड़। आरोप है कि सदर अस्पताल सोना जोड़ी के एक एंबुलेंस के ड्राइवर की लापरवाही से सदर प्रखंड के ही नवादा पंचायत के 20 वर्षीय अहद शेख, पिता खलील शेख सहित परिवार के अन्य और दो लोगों की जान गुरुवार की शाम को आफत में आ गयी। दरअसल अहद शेख के भाई के द्वारा साझा की गई जानकारी के मुताबिक बुधवार को अचानक अहद शेख को बिजली का जोरदार झटका लगा. गनीमत यह रही कि समय रहते ही घर के लोगों ने बिजली के कनेक्शन को काट दिया. जिससे अहद शेख की जान बच गयी.लेकिन अहद शेख की हालत इतनी बिगड़ गई की उसे सदर अस्पताल सोना जोड़ी ले जाना पड़ा. सदर अस्पताल में उसे भर्ती करने के बाद डॉक्टर ने उसका इलाज किया लेकिन अहद के घर वालों के अनुसार डॉक्टर के इलाज से परिवार वाले संतुष्ट नहीं थे. खैर जो भी हो, थोड़ा आराम होने के बाद अहद को छुट्टी दे दी गई. अहद के घर वालों ने उसे घर लेकर आ गए. लेकिन थोड़ी ही देर के बाद अहद की दोबारा से हालत बिगड़नी शुरू हो गई. स्थिति काफी सीरियस थी. परिवार वालों ने जो जानकारी दी उसके अनुसार उसका हार्ट ब्लॉक हो रहा था और सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. आनन फानन में अहद के भाई ने सदर अस्पताल में एंबुलेंस के लिए फोन कर इसकी जानकारी दी साथ में यह भी बताया कि मरीज की हालत काफी सीरियस है,मरीज को ऑक्सीजन की जरूरत है, लिहाजा ऑक्सीजन सहित एंबुलेंस सदर प्रखंड पाकुड़ के नवादा पंचायत में मेरे घर पर भेजा जाए. अहद के भाई के अनुसार फोन करने के डेढ़ घंटे के पश्चात शाम को 7:00 बजे एंबुलेंस अहद के घर पहुंची. घर के सभी सदस्य अहद को एंबुलेंस में लिटाया लेकिन एंबुलेंस के अंदर ऑक्सीजन तो थी लेकिन खराब थी. और ना ही गर्मी से निजात दिलाने वाली कोई सामग्री एंबुलेंस के अंदर मौजूद था . अहद के भाई ने जब ड्राइवर से कहा कि इमरजेंसी के कारण ही ऑक्सीजन के साथ एम्बुलेंस बुलाया था.मरीज की हालत सीरियस होती जा रही है. अगर जल्द से जल्द इसे ऑक्सीजन नहीं दिया गया तो कुछ भी हो सकता है. लेकिन अहद के भाई का आरोप है कि ड्राइवर ने इन लोगों की बात को तवज्जोह ही नहीं दी. मरीज एवं उनके साथ परिवार के अन्य सदस्य को गाड़ी में बिठाकर गाड़ी स्टार्ट करते हुए सोनाजोड़ी अस्पताल कि ओर नवादा से निकल गए. इसाकपुर रेलवे फाटक के पास पहुंचते ही भीषण गर्मी के कारण अहद की मां की तबीयत भी बिगड़ गई और वह बेहोश हो गई। साथ में अहद का एक दूसरा भाई भी अस्वस्थ हो गया। स्थिति को देखते हुए अहद के भाई ने सभी को एंबुलेंस से निकाल कर पास में ही मौजूद ई रिक्शा के जरिए सभी मरीज सहित अन्य सदस्यों को सदर अस्पताल के लिए भेज दिया। अहद के भाई का आरोप है कि एंबुलेंस का ड्राइवर एवं अन्य और व्यक्ति जो ड्राइवर के साथ में आया था दोनों नशे में धुत्त थे। आरोप के अनुसार दोनों ने किसी तरह का कोई सहयोग मरीज को ना करते हुए वहां से जल्द से जल्द रफू चक्कर हो गये। किसी तरह से मरीज को लेकर सभी लोग अस्पताल पहुंचे.वहां पर दोबारा इनका इलाज किया गया.लेकिन मरीज की हालत को देखते हुए डॉक्टर ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया. अहद के परिवार वालों ने जल्द से जल्द मुर्शिदाबाद के फरक्का स्थित हयात अस्पताल पहुंचकर मरीज को भर्ती कराया जहां अहद को आईसीयू में 24 घंटे के लिए रखा गया अभी भी स्थिति अहद की नाजुक बताई जा रही है साथ ही अहद की मां जो बेहोश हो गई थी उनकी हालत भी काफी खराब बताई जा रही है। अस्पताल के मैनेजमेंट को इस मामले की तहकीकात करते हुए कार्रवाई करने की परिवार वालों ने मांग की है. एंबुलेंस के पूरे नंबर को तो नहीं बता पाया बस इतना बताया कि एंबुलेंस का नंबर 8306 था। आगे पीछे का नंबर ध्यान में नहीं है।