
नेशनल प्रेस टाइम्स,ब्यूरो
अमेठी। कोतवाली अंतर्गत कमासिन गांव में दो परिवारों के बीच मारपीट के मामले में पुलिस की कार्रवाई चर्चा में है। कोतवाली पुलिस ने एक पक्ष की रिपोर्ट घटना के दिन ही दर्ज कर ली। दूसरे पक्ष को दिन भर थाने में बैठाने के बाद बिना कार्रवाई के घर वापस भेज दीजिए।एक जून से पांच जून तक जिला अस्पताल में भर्ती रही पीड़ित महिला का मेडिकल शुक्रवार को सातवें दिन हुआ। पूरे मामले में सिपाही प्रमोद की भूमिका क्षेत्र में चर्चा में है।
पुरानी रंजिश को लेकर 31मई को राजकुमार और फतेहबहादुर पासी के परिवार के परिवार के बीच मारपीट हो गई। आरोप है कि राजकुमार और सूरज कुमार पिता पुत्र ने घर में घुसकर फतेहबहादुर और उनकी बहू नीलम को बुरी तरह पीटा। पिटाई से गंभीर रूप से घायल नीलम की हालत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल भर्ती कराया गया था। सिपाही की मिली भगत से कोतवाली में राजकुमार की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई। फतेहबहादुर और नीलम की थाने में कोई सुनवाई नहीं हुई।बहू के जिला अस्पताल में इलाज के दौरान फतेहबहादुर ने पुलिस कार्यालय जाकर अपर पुलिस अधीक्षक को अपनी पीड़ा सुनाई।अपर पुलिस अधीक्षक के आदेश पर पुलिस कर्मी शुक्रवार को अस्पताल से घर आई पीड़ित महिला के पास पहुंचे और अस्पताल ले जाकर उसका मेडिकल कराया। रिपोर्ट शाम तक नहीं लिखी गई थी।