छः नामजद सहित 40 के खिलाफ केस दर्ज, रोजगार के मुद्दे पर ग्रामीणों ने किया था प्रदर्शन

नेशनल प्रेस टाइम्स, ब्यूरो ।
सिंगरौली । विस्थापित संघर्ष समिति के छः नेताओं सहित 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने से शनिवार को खलबली मच गई। संबंधित जनों पर सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने व अधिकारियों का रास्ता रोके जाने का आरोप है। इससे पहले संघर्ष समिति के नेताओं पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई प्रभारी निरीक्षक की आख्या पर एसडीएम के तरफ से की गई थी। अब नेताओं व ग्रामीणों को पुलिस की दोहरी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
एनसीएल खड़िया कोयला क्षेत्र में कार्य कर रही आउटसोर्सिंग कंपनी कलिंगा कॉमर्शियल कॉर्पोरेशन लिमिटेड केसीसीएल में परियोजना विस्थापित व प्रभावित परिवारों के बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए विस्थापित संघर्ष समिति के बैनर तले शुक्रवार को ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया था। बस स्टैंड सब्जीमंडी से पदयात्रा कर ग्रामीण पुरूष व महिलाएं एनसीएल खड़िया कोयला परियोजना के आवासीय परिसर स्थित महाप्रबंधक कार्यालय के बाहरी द्वार तक पहुंचे थे। यहां पर प्रदर्शन के साथ नारेबाजी किया और धरने पर बैठ गए थे। इसी मामले में पुलिस ने एनसीएल खड़िया के सुरक्षा प्रभारी रविकांत द्विवेदी की तहरीर पर विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है।
तहरीर में आरोप है कि आंदोलनकारियों ने बिना अनुमति के एनसीएल खड़िया महाप्रबंधक कार्यालय गेट जाम कर बैनर पोस्टर लगाकर धरना दिया एवं सरकारी कार्य में बाधा डालते हुए अधिकारियों व कर्मियों का आवागमन बाधित करते हुए मुकदमे में फंसाने का धमकी दिया। इसी के आधार पर अरविंद दुबे, सत्यप्रकाश भारती, मुन्नू दुबे, संतोष सागर, रोहित भारती, सोनू तिवारी सहित करीब 15 से 20 पुरुष व 10 महिलाओं जिनके नाम पता अज्ञात के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया है।